गुरुवार, 12 जून 2014

= बिनती का अंग ३४ =(१३)

#daduji
॥ दादूराम सत्यराम ॥
*#श्रीदादूदयालवाणी०आत्मदर्शन*
टीका ~ महामण्डलेश्वर ब्रह्मनिष्ठ पंडित श्री स्वामी भूरादास जी
साभार विद्युत संस्करण ~ गुरुवर्य महामंडलेश्वर संत श्री १०८ स्वामी क्षमाराम जी महाराज
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*दादू बंदीवान है, तूँ बन्दी छोड़ दीवान ।*
*अब जनि राखो बंदि में, मीरां मेहरबान ॥१३॥* 
टीका ~ हे दीवान ! हे न्यायकारी परमेश्वर ! यह जीव तो अपने आपको निषिद्ध कर्मों द्वारा स्वयं ही बांधने वाला है । परन्तु आप अब इनको अपना अंश जानकर कर्म - बंधन से मुक्त करिये, क्योंकि आप महान् कृपालु हैं ॥१३॥
(क्रमशः)

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