परमगुरु ब्रह्मर्षि श्री दादूदयाल जी महाराज की अनुभव वाणी

गुरुवार, 30 मार्च 2017

= १५९ =

#daduji
卐 सत्यराम सा 卐
दादू आपा उरझे उरझिया, दीसे सब संसार ।
आपा सुरझे सुरझिया, यह गुरु ज्ञान विचार ॥
==============================
साभार ~ Neha Gupta
६ छोटी-छोटी कहानियाँ
-----:-:-:-:-:----
( १ )
एक बार गाँव वालों ने यह निर्णय लिया कि बारिश के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेंगे, प्रार्थना के दिन सभी गाँव वाले एक जगह एकत्रित हुए, परन्तु एक बालक अपने साथ छाता भी लेकर आया । इसे कहते हैं... आस्था
--------
( २ )
जब आप एक बच्चे को हवा में उछालते हैं तो वह हँसता है, क्यों कि वह जानता है कि आप उसे पकड़ लेंगे । इसे कहते हैं....
विश्वास
---------
( ३ )
प्रत्येक रात्रि को जब हम सोने के लिए जाते हैं तब इस बात की कोई गारण्टी नहीं है कि सुबह तक हम जीवित रहेंगे भी कि नहीं, फिर भी हम घड़ी में अलार्म लगाकर सोते हैं । इसे कहते हैं..... आशा(उम्मीद)
-----------------
( ४ )
हमें भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है फिर भी हम आने वाले कल के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं बनाते हैं । इसे कहते हैं.... आत्मविश्वास
---------------
( ५ )
हम देखरहे हैं कि दुनियाँ कठिनाइयों से जूझ रही है फिर भी हम शादी करते हैं ।
इसे कहते हैं .... प्यार
----------
( ६ )
एक 60 साल की उम्र वाले व्यक्ति की शर्ट पर एक शानदार वाक्य लिखा था, "मेरी उम्र 60 साल नहीं है , मैं तो केवल मधुर - मधुर 16 साल का हूँ, 44 साल के अनुभव के साथ ।" इसे कहते हैं ...... नज़रिया
---------------
जीवन खूबसूरत है,
इसे सर्वोत्तम के लिए जियो.....

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें