रविवार, 14 अप्रैल 2019

= विनती का अँग(३४ - ३३) =

#daduji

॥ दादूराम सत्यराम ॥ 
*श्री दादू अनुभव वाणी* 
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥ 
*विनती का अँग ३४* 
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सांई तेरे डर डरूँ, सदा रहूं भयभीत । 
अजा१ सिंह ज्यों भय घणा, दादू लीया जीत ॥३३॥ 
स्वामिन् ! जैसे बकरियों१ को सिंह से भारी भय रहता है, वैसे ही मैं आपके डर से डरता हुआ अत्यँत भयभीत रहता हूं । अत: इस भय के द्वारा ही मैंने अपने मन, बुद्धि और इन्द्रियों की चपलता पर विजय प्राप्त की है ।
(क्रमशः)

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