गुरुवार, 24 दिसंबर 2015

= ११५ =

卐 सत्यराम सा 卐
परमारथ को सब किया, आप स्वार्थ नांहि ।
परमेश्वर परमार्थी, कै साधु कलि मांहि ॥ 
पर उपकारी संत सब, आये इहि कलि मांहि ।
पीवैं पिलावैं राम रस, आप सवारथ नांहि ॥ 
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साभार ~ Rajan Pawar ~ via ऊँ नारायण 

OM NAMO NARAYAN NARAYAN HARI HARI BOL BAHOT UMADA BAHOT UMADA BAHOT UMADA JAY SHREE KRISHANA NO WARD

ऊँ नारायण
ऊँ नारायण 

सज्जनता का काढ़ा :- (Recipes For Good Person)
यदि आप सज्जन बनना चाहते हैं, तो निम्नलिखित काढ़े का सेवन करने से अपने आप सज्जनता आते देर नहीं लगेगी :-

-: आवश्यक सामग्री :-
१. सच्चाई के पत्ते - १ तोला
२. ईमानदारी की जड़ - ३ तोला 
३. उदारता का अर्क - ३ तोला 
४. परोपकार का बीज - ५ तोला 
५. सत्संगत का रस - १ तोला 
६. रहम दिल का छिलका - ४ तोला 
७. स्वदेश प्रेम का रस - ५ तोला 
८. दान - शीलता का सिरका - ७ तोला

-: बनाने की विधि :-
उपर्युक्त सभी चीजों को एक साथ मिलाकर, परमात्मा की हाँडी में डालकर, स्नेह भाव के चूल्हे पर रख कर प्रेम की अग्नि में पकाये, फिर अच्छी तरह से पक जाने पर निचे उतार कर ठण्डा करें, फिर शुद्ध मन के कपडे से छान कर मस्तिष्क की शीशी में भर लें !

-: सेवन विधि :-
इसको प्रतिदिन संतोष के गुलकंद के साथ इन्साफ की चम्मच से तीन बार - सुबह, दोपहर एवं शाम को सेवन करें !

-: परहेज रखना अनिवार्य :-
क्रोध की मिर्च, अहंकार का तेल, लोभ की मिठाई, स्वार्थ का घी, धोखे का पापड़, इन सब से सावधान एवं दुराचरण की भावना से बचना।

नारायण नारायण 
लक्ष्मीनारायण भगवान की जय

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