सोमवार, 22 अप्रैल 2019

= विनती का अँग(३४ - ४१) =

#daduji
॥ दादूराम सत्यराम ॥
*श्री दादू अनुभव वाणी*
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥
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*विनती का अँग ३४*
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कलियुग घोर अंधार है, तिसका वार न पार ।
दादू तुम बिन क्यों तिरै, समरथ सिरजनहार ॥४१॥ 
यह कलियुग का समय पाप रूप महान् अँधकार से परिपूर्ण है । इसका आदि - अंत भी नहीं ज्ञात होता । अत: हे समर्थ सृजनहार परमात्मा ! हम आपकी कृपा बिना इससे कैसे पार हो सकते हैं ?
(क्रमशः)

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