बुधवार, 24 अप्रैल 2019

= विनती का अँग(३४ - ४३) =

#daduji 
॥ दादूराम सत्यराम ॥
*श्री दादू अनुभव वाणी*
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥
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*विनती का अँग ३४*
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दादू प्राणी बँध्या पँच सौं, क्यों ही छूटै नाँहिं ।
नीधणि१ आया मारिये, यहु जिव काया माँहिं ॥४३॥
प्रभो ! यह प्राणी पँच विषयों की आसक्ति - बँधन से बंधा हुआ है, आप की कृपा के बिना अन्य किसी भी उपाय से मुक्त नहीं हो सकता । आप जैसे स्वामी के रहते हुये, यह जीवात्मा बारँबार शरीर में आकर स्वामी - हीन१ वस्तु के समान काल के द्वारा आहत किया जा रहा है, अत: आपको रक्षा करनी चाहिए ।
(क्रमशः)

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