बुधवार, 17 अप्रैल 2019

= विनती का अँग(३४ - ३६) =

#daduji

॥ दादूराम सत्यराम ॥ 
*श्री दादू अनुभव वाणी* 
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥ 
*विनती का अँग ३४* 
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सेवक की रक्षा करै, सेवक की प्रतिपाल । 
सेवक की बाहर१ चढ़ै, दादू दीन दयाल ॥३६॥ 
श्री दीनदयालु भगवान् अपने भक्त की कामादि विकारों से रक्षा करते हैं, भोजनादि द्वारा पालन - पोषण करते हैं और दुष्टों से बचाने के लिए सदा मदद१ चढै=सहायक१ होते रहते हैं ।
(क्रमशः)

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