बुधवार, 17 अप्रैल 2019

(हनुमान चालीसा - ३५)

🌷🙏🇮🇳 #daduji 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏🇮🇳 卐 सत्यराम सा 卐 🇮🇳🙏🌷
*दादू तन मन लाइ कर,*
*सेवा दृढ़ कर लेइ ।* 
*ऐसा समर्थ राम है,*
*जे मांगै सो देइ ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ समर्थता का अंग)*
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*राम नाम लेखन कला संयोजन* ~ Shobha Jayprakash Atal
(हनुमान चालीसा - ३५)
*और देवता चित न धरई,* 
*हनुमत सेई सर्व सुख करई॥३५॥*
अर्थ - हे हनुमान जी ! आपकी सेवा करने से सब प्रकार के सुख मिलते है, फिर अन्य किसी देवता की आवश्यकता नहीं रहती।

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