गुरुवार, 18 अप्रैल 2019

(हनुमान चालीसा - ३६)

🌷🙏🇮🇳 #daduji 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏🇮🇳 卐 सत्यराम सा 卐 🇮🇳🙏🌷
*दादू सब जग विष भर्या,*
*निर्विष बिरला कोइ ।* 
*सोई निर्विष होइगा,*
*जाके नाम निरंजन होइ ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ स्मरण का अंग)*
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*राम नाम लेखन कला संयोजन* ~ Shobha Jayprakash Atal
(हनुमान चालीसा - ३६)
*संकट कटै मिटै सब पीरा,*
*जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥३६॥*
अर्थ - हे वीर हनुमान जी ! जो आपका सुमिरन करता रहता है, उसके सब संकट कट जाते हैं और सब पीड़ा मिट जाती है।

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