शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025

*श्री दादूवाणी मूल पाठ ~ द्वितीय पारायण*

🪷🙏卐 श्री परमात्मने नमः 卐🙏🪷 🪔🌷श्री दादूदयालवे नमः🌷🪔

 . श्री दादूवाणी मूल पाठ ~ द्वितीय पारायण विरह का अंग, परिचय का अंग, जरणा का अंग, हैरान का अंग, लै का अंग 

 स्वर ~ स्वामी श्री भगवानदास जी तपस्वी, निवाई, राजस्थान(भारत) 
 *श्री दादूवाणी मूल पाठ ~ द्वितीय पारायण*
प्रेरणा प्रवाह ~ महंत महामंडलेश्वर संत श्री १०८ स्वामी क्षमाराम जी महाराज

 •


 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें