मंगलवार, 29 अक्टूबर 2013

= ४० =


卐 सत्यराम सा 卐
*राम नाम रुचि उपजै, लेवे हित चित लाइ ।* 
*दादू सोई जीयरा, काहे जमपुरि जाइ ॥* 
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साभार : Path of Saints(Sant Marg) ~ 
भगवन्नाम में रूचि हो जाना, श्रद्धा हो जाना, प्रेम हो जाना परम सिद्धि है.. साधन नहीं.. किसी अन्य साधन में चढ कर गिर सकते हैं.. पर नाम आश्रय लेने पर चढ़ते हैं राम की गोद में और गिरते भी हैं राम की गोद में..

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