#daduji
卐 सत्यराम सा 卐
दादू धरती ह्वै रहै, तज कूड़ कपट अहंकार ।
सांई कारण सिर सहै, ताको प्रत्यक्ष सिरजनहार ॥
जीवित माटी मिल रहै, सांई सन्मुख होइ ।
दादू पहली मर रहै, पीछे तो सब कोइ ॥
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Would you become a pilgrim on the road of love ?
The first condition is that you make yourself humble as dusts and ashes.
RUMI
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