#daduji
||दादूराम सत्यराम||
दादू प्यासा प्रेम का, साहिब राम पिलाइ ।
प्रकट प्याला देहु भर, मृतक लेहु जिलाइ ॥ ७१ ॥
टीका ~ हे हमारे रामरूप साहिब ! हम विरहीजन तो आपकी प्रेमा - भक्ति रूप अमृत के और दर्शनों के ही प्यासे हैं । आप प्रकट होकर कृपा करो और हमारे इस विषयों में आसक्त हुए, आपकी तरफ से मरे हुए मन को, दर्शनामृत पिलाकर जिलाओ ॥ ७१ ॥
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