🌷🙏🇮🇳 *#daduji* 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏 *卐 सत्यराम सा 卐* 🙏🌷
https://www.facebook.com/DADUVANI
*#श्रीदादूदयालवाणी०आत्मदर्शन*
टीका ~ महामण्डलेश्वर ब्रह्मनिष्ठ पंडित श्री स्वामी भूरादास जी
साभार विद्युत संस्करण ~ गुरुवर्य महामंडलेश्वर संत श्री १०८ स्वामी क्षमाराम जी महाराज
.
*विनती का अँग ३४*
.
*छिन बिछोह*
*साहिब सौं मिल खेलते, होता प्रेम सनेह ।*
*दादू प्रेम सनेह बिन, खरी दुहेली देह ॥७७॥*
टीका ~ हे साहिब ! यदि हमारे अन्तःकरण में विरह के सहित, आपका पूर्ण प्रेम होता तो, विरहीजन आपसे अभेद होकर खेलते । परन्तु पूर्ण प्रेम और आप परमेश्वर की प्रीति के बिना, यह हमारा शरीर परम दुःखदायक हो रहा है ॥७७॥
(क्रमशः)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें