परमगुरु ब्रह्मर्षि श्री दादूदयाल जी महाराज की अनुभव वाणी
मंगलवार, 3 मार्च 2015
जनि खोवै दादू रामधन
#daduji
卐 सत्यराम सा 卐
जनि खोवै दादू रामधन, हिरदै राखि जनि जाइ । रतन जतन करि राखिये, चिंतामणि चित लाइ ॥ दादू मन ही मांहि समझ कर, मन ही मांहि समाइ । मन ही मांहि राखिये, बाहर कहि न जनाइ ॥ चित्रकला संयोजन ~ @मुक्ता अरोड़ा स्वरुप निश्चय
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