卐 सत्यराम सा 卐
दादू छूटे जीवतां, मूवाँ छूटे नांहि ।
मूवाँ पीछे छूटिये, तो सब आये उस मांहि ॥
मूवाँ पीछे मुक्ति बतावैं, मूवाँ पीछे मेला ।
मूवाँ पीछे अमर अभय पद, दादू भूले गहिला ॥
मूवाँ पीछे वैकुंठ वासा, मूवाँ स्वर्ग पठावैं ।
मूवाँ पीछे मुक्ति बतावैं, दादू जग बोरावैं ॥
============================
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें