गुरुवार, 5 अक्टूबर 2017

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卐 सत्यराम सा 卐
*संगहि लागा सब फिरै, राम नाम के साथ ।*
*चिंतामणि हिरदै बसै, तो सकल पदार्थ हाथ ॥* 
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राम का नाम न केवल सत्य है, बल्कि भारतीय जन मानस में रचा बसा भी है | यही कारण है कि परस्पर अभिवादन में 'राम-राम', कोई त्रुटि होने पर क्षोभ व्यक्त करने के लिए भी 'राम राम', आश्चर्य प्रकट करने के लिए 'हे राम', संकटग्रस्त होने पर सहायता की अपक्षा में भी 'हे राम' और अंतिम यात्रा में तो राम नाम सत्य है ही |
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राम जीवन का मंत्र है, राम मृत्यु का मंत्र नहीं है | राम गति का नाम है, राम थमने, ठहरने का नाम नहीं है | सतत वितानी राम सृष्टि की निरंतरता का नाम है | राम, महाकाल के अधिष्ठाता, संहारक, महामृत्युंजयी शिव जी के आराध्य हैं | शिव जी काशी में मरते व्यक्ति को(मृत व्यक्ति को नहीं) राम नाम सुनाकर भवसागर से तार देते हैं | राम एक छोटा सा प्यारा शब्द है | यह महामंत्र - शब्द ठहराव व बिखराव, भ्रम और भटकाव तथा मद व मोह के समापन का नाम है | सर्वदा कल्याणकारी शिव के हृदयाकाश में सदा विराजित राम भारतीय लोक जीवन के कण-कण में रमे हैं | श्रीराम हमारी आस्था और अस्मिता के सर्वोत्तम प्रतीक हैं | भगवान विष्णु के अंशावतार मर्यादा पुरुषोत्तम राम हिंदुओं के आराध्य ईश हैं | दरअसल, राम भारतीय लोक जीवन में सर्वत्र, सर्वदा एवं प्रवाह मान महा ऊर्जा का नाम है |

जय श्री राम

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