शुक्रवार, 22 मार्च 2019

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🌷🙏🇮🇳 #daduji 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏🇮🇳 卐 सत्यराम सा 卐 🇮🇳🙏🌷
*मन मतिहीण धरै,* 
*मूरख मन कछु समझत नाहीं, ऐसैं जाइ जरै ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ पद्यांश. १०३)*
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*राम नाम लेखन कला संयोजन* ~ Shobha Jayprakash Atal

*बुद्धिहीन तनु जानिके,*
*सुमिरो पवन-कुमार।*
अर्थ- हे पवन कुमार ! मैं आपको सुमिरन करता हूं। आप तो जानते ही हैं कि मेरा शरीर और बुद्धि निर्बल है।

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