#daduji
॥ दादूराम सत्यराम ॥
*श्री दादू अनुभव वाणी*
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥
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*विनती का अँग ३४*
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माया विषय विकार तैं, मेरा मन भागे ।
सोई कीजे साँइयां, तूं मीठा लागे ॥१८॥
स्वामिन् ! ऐसी कृपा करिये - जिससे मेरा मन माया तथा विषय - विकारों से दूर भागे और उसे एक मात्र आपका चिन्तन ही मधुर लगे ।
(क्रमशः)
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