शनिवार, 9 मार्च 2019

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🌷🙏🇮🇳 #daduji 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏🇮🇳 卐 सत्यराम सा 卐 🇮🇳🙏🌷
*हिरदै राम सँभाल ले, मन राखै विश्वास ।*
*दादू समर्थ सांइयां, सब की पूरै आस ॥* 
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साभार ~ Gyan Aur Bhakti 

संकल्प की दृढ़ता, विवेक और सदगुरू अनुग्रह हर असंभव को सम्भव और असाध्य से प्रतीत होने वाले कठिन कार्य को सहज सरल बना कर साधक मन की सकारात्मक ऊर्जा और सामर्थ्य को उजागर करने वाले साधन हैं...! 
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संकल्प शक्ति विकसित करने का उद्देश्य अपनी चेतना से सांसारिकता को निर्मूल कर यह अनुभव करना है कि "मैं यह नश्वर व्यक्ति नहीं, वरन अद्वैत, शाश्वतात्मा हूँ। पर्वतों से भी ऊँची हमारी महिमा है।" इस संसार में किसी नश्वर महिमा और यश प्राप्ति की आवश्यकता नहीं, क्योंकि आत्मा की महिमा पर्वतों की तुंग ऊँचाई से कई गुना अधिक भव्य है। आपकी अंतरात्मा ही ब्रह्म है।
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यदि आप सकारात्मक विचार और दृढ़ संकल्प के साथ सही दिशा में आगे बढ़ते हैं तो आप एक विजेता के रूप में उभरकर आएंगे। संकल्प की दृढ़ता, धैर्य और साहस से व्यक्ति जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करता है। अपने लक्ष्य के प्रति संकल्प की दृढ़ता सफलता की राह को आसान कर देती है। संकल्प को सही रूप में अपनाने वाला व्यक्ति कठिनाइयों के भंवर से निकल ही जाता है। 
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संसार की सारी सफलताओं का मूल मंत्र है - प्रबल इच्छा-शक्ति और आत्मविश्वास। इसी के बल पर विद्या, संपत्ति और साधकों का उपार्जन होता है। यही वह आधार है जिस पर आध्यात्मिक तपस्याएँ और साधनाएँ निर्भर रहती हैं। यही वह दिव्य संबल है जिसे पाकर संसार में खाली हाथ आया मनुष्य वैभव सम्पन्न, ऐश्वर्यवान बन कर संसार को चकित कर देता है। 
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जीवन में उन्नति और सफलता की आकांक्षा करने से पहले अपनी इच्छा-शक्ति को प्रबल तथा प्रखर बना लेने वालों को न कभी असफल होना पड़ता है और न ही निराश। अतः दृढ़-संकल्प कठिन से कठिन कार्य को भी सरलतम बना देता है...।

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