शुक्रवार, 12 अप्रैल 2019

= विनती का अँग(३४ - ३१) =

#daduji

॥ दादूराम सत्यराम ॥ 
*श्री दादू अनुभव वाणी* 
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥ 
*विनती का अँग ३४* 
.
ऐसा कोई ना मिले, तन फेरि संवारे । 
बूढ़े तैं बाला करे, खै१ काल निवारे ॥३१॥ 
कोई ऐसा महापुरुष नहीं मिल रहा है, जो व्यर्थ चेष्टा से दूषित स्थूल शरीर को अविहित विषय - प्रवृत्ति से, कुलषित इन्द्रियों को विषयासक्ति से, छिन्न भिन्न हुये मन को और नाना विचारों से विचलित हुई बुद्धि को पुन: भगवत् - परायणता रूप उत्तम गुण से सजा दे, अज्ञान रूप वृद्धावस्था को हटा दे व ब्रह्म - साक्षात्कार रूप नित नूतन बाल्यावस्था की प्राप्ति करा कर काल के द्वारा होने वाली क्षीणता१ (खै=क्षय) को दूर कर दे ।
(क्रमशः)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें