सोमवार, 29 अप्रैल 2019

= सुन्दर पदावली(२०.राग गौंड - २/१) =

#daduji

॥ श्री दादूदयालवे नमः ॥ 
स्वामी सुन्दरदासजी महाराज कृत - *सुन्दर पदावली* 
साभार ~ महंत बजरंगदास शास्त्री जी, 
पूर्व प्राचार्य ~ श्री दादू आचार्य संस्कृत महाविद्यालय(जयपुर) व राजकीय आचार्य संस्कृत महाविद्यालय(चिराणा, झुंझुनूं, राजस्थान) 
*मुझ वेगि मिलहु किन आइ मेरा लाल रे ।* 
*मैं तेरै बिरह बिवोग फिरौं बेहाल रे ॥(टेक)* 
*हौं निस दिन रहौं उदास तेरैं कारनै ।* 
*मुझे बिरह कसाई आइ लागा मारनै ॥१॥* 
ओ मेरे प्रिय ! तुम मुझसे शीध्र ही आकर मिलो; क्योंकि मेरी आपके वियोग में अतिशय दुरवस्था है ॥टेक॥ 
मैं आपके दर्शन हेतु अतिशय उदास रहता हूँ । आपका विरहरूप हत्यारा(कसाई) मुझको मार रहा है ॥१॥ 
(क्रमशः)

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