गुरुवार, 25 अप्रैल 2019

= विनती का अँग(३४ - ४४) =

#daduji
॥ दादूराम सत्यराम ॥
*श्री दादू अनुभव वाणी*
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥
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*विनती का अँग ३४*
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दादू कहै - तुम बिन धणी न धोरी जीव का, यों ही आये जाइ ।
जे तूँ सांई सत्य है, तो बेगा प्रकटहु आइ ॥४४॥ 
भगवन् ! जीव का स्वामी और जीव के शरीर - रथ के जीवन - धुर को धारण करने वाला आप से भिन्न कोई भी नहीं है । आपकी कृपा के बिना जीव वर्तमान समय के समान ही सृष्टि के आदि से अंत तक बारँबार जन्मता - मरता रहता है । अत: हे स्वामिन् ! यदि आप सत्य - स्वरूप और सच्चे रक्षक हैं, तो शीघ्र ही हमारे हृदय में आकर तथा प्रकट रूप से दर्शन देकर जन्मादि क्लेशों से हमारी रक्षा करिये ।
(क्रमशः)

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