#daduji
॥ दादूराम सत्यराम ॥
*श्री दादू अनुभव वाणी*
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥
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*विनती का अँग ३४*
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दादू साध सिखावैं आत्मा, सेवा दिढ़ कर लेहु ।
पारब्रह्म सौं बीनती, दया कर दर्शन देहु ॥२७॥
सँत - जन निरँतर शिक्षा दे रहे हैं - हे जीवात्मा ! दृढ़ विश्वास पूर्वक भगवान् की अखँड भक्ति करके, उन परब्रह्म से दर्शन प्राप्त करने की प्रार्थना करेगा, तब वे अवश्य दया करके दर्शन दे देंगे ।
(क्रमशः)
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