मंगलवार, 2 अप्रैल 2019

= विनती का अँग(३४ - २२) =

#daduji

॥ दादूराम सत्यराम ॥ 
*श्री दादू अनुभव वाणी* 
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥ 
*विनती का अँग ३४* 
*विनती*
दादू कहै - दिन दिन नवतम भक्ति दे, 
दिन दिन नवतम नाँव ।
दिन दिन नवतम नेह दे, मैं बलिहारी जाँव ॥२२॥
२२ - २३ में भक्ति आदि के लिए विनय कर रहे हैं - भगवन् ! मेरी प्रार्थना है - आप मुझे प्रतिदिन तरुण रहने वाली नवधा भक्ति; नये - नये नाम और नामी के अभेद को प्रतिदिन दृढ़ कराने वाले विचार; तथा प्रतिदिन बढ़ने वाली प्रेमाभक्ति; देकर मुझे अपनाइये । मैं आप की बलिहारी जाता हूं । 
(क्रमशः)

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