बुधवार, 17 फ़रवरी 2021

= ११४ =

🌷🙏🇮🇳 *#daduji* 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏 *卐 सत्यराम सा 卐* 🙏🌷
🌷 *#०दृष्टान्त०सुधा०सिन्धु* 🌷
https://www.facebook.com/DADUVANI
*अनबांछा आगे पड़ै, पीछे लेइ उठाइ ।*
*दादू के सिर दोष यहु, जे कुछ राम रजाइ ॥*
=======================
साभार ~ ### स्वामी श्री नारायणदासजी महाराज, पुष्कर, अजमेर ###
साभार विद्युत् संस्करण ~ महन्त रामगोपालदास तपस्वी तपस्वी
.
श्री दृष्टान्त सुधा - सिन्धु ---ईश्वर
###########################
एक माता अपने सिर पर एक मन अन्न की पोट रखे हुये तथा हाथ में एक पाव भर की लुटिया लिये, अपने एक छोटे बच्चे की अंगुली पकड़े हुये मार्ग से जा रही थी । पांच बर्ष के बच्चे ने अन्न की पोट अपने सिर पर रखने को माता से बहुत आग्रह किया, किन्तु माता ने उसके सिर पर नहीं रखी । क्योंकि वह जानती थी कि मन भर का बोझा उठाने की शक्ति इसमें नहीं है । फिर बच्चे ने लुटिया मांगी, माता ने तत्काल दे दी । कारण लुटिया ले चलने में उसमें शक्ति थी । इसी प्रकार ईश्वर के तेज को सहन करने की जिसमें शक्ति होती है उसे ही ईश्वर दर्शन देते हैं ।
ईश्वर दर्शन योग्य को, दर्शन देत दयाल ।
सुत को मातु न पोटदी, लुटिया दी तत्काल ॥८७॥

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें