शनिवार, 12 अक्टूबर 2013

= ८ =

#daduji
卐 सत्यराम सा 卐
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*परमारथ को सब किया, आप स्वार्थ नांहि ।
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*परमेश्वर परमार्थी, कै साधु कलि मांहि ॥*
*पर उपकारी संत सब, आये इहि कलि मांहि ।*
*पीवैं पिलावैं राम रस, आप सवारथ नांहि ॥*
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*पर उपकारी संत जन, साहिब जी तेरे ।*
*जाती देखी आतमा, राम कहि टेरे ॥* 
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*चंद सूर पावक पवन, पाणी का मत सार ।*
*धरती अंबर रात दिन, तरुवर फलैं अपार ॥*
*छाजन भोजन परमार्थी, आतम देव आधार ।*
*साधु सेवक राम के, दादू पर उपकार ॥*

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