गुरुवार, 31 अक्टूबर 2013

= ४४ =

#daduji
卐 सत्यराम सा 卐

दादू जिन मोहनि बाजी रची, सो तुम्ह पूछो जाइ ।
अनेक एक तैं क्यों किये, साहिब कहि समझाइ ॥

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें