परमगुरु ब्रह्मर्षि श्री दादूदयाल जी महाराज की अनुभव वाणी
रविवार, 27 अप्रैल 2014
ज्यों तुम भावै त्यों खुसी
#daduji
卐 सत्यराम सा 卐
ज्यों तुम भावै त्यों खुसी, हम राजी उस बात । दादू के दिल सिदक सौं, भावै दिन को रात ॥ दादू करणहार जे कुछ किया, सो बुरा न कहना जाइ । सोई सेवक संत जन, रहबा राम रजाइ ॥
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