रविवार, 27 अप्रैल 2014

ज्यों तुम भावै त्यों खुसी

#daduji
卐 सत्यराम सा 卐
ज्यों तुम भावै त्यों खुसी, हम राजी उस बात ।
दादू के दिल सिदक सौं, भावै दिन को रात ॥
दादू करणहार जे कुछ किया, सो बुरा न कहना जाइ ।
सोई सेवक संत जन, रहबा राम रजाइ ॥

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