बुधवार, 27 अगस्त 2014

= विनती का अँग ३४ =(७५)

🌷🙏🇮🇳 *#daduji* 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏 *卐 सत्यराम सा 卐* 🙏🌷
टीका ~ महामण्डलेश्वर ब्रह्मनिष्ठ पंडित श्री स्वामी भूरादास जी
साभार विद्युत संस्करण ~ गुरुवर्य महामंडलेश्वर संत श्री १०८ स्वामी क्षमाराम जी महाराज
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*विनती का अँग ३४*
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*तुम तैं तब ही होइ सब, दरश परश दर१ हाल२ ।*
*हम तैं कबहुं न होइगा, जे बीतहिं युग काल ॥७५॥*
टीका ~ हे समर्थ स्वामी ! आपसे तो तत्काल ही, आपका दर्शन हमको हो सकता है, परन्तु हम अपने करणी - कर्त्तव्य से आपका दर्शन करना चाहें, तो समय के अनेकों युग बीतने पर भी हम आपका दर्शन नहीं पा सकते हैं ॥७५ ॥
(क्रमशः)

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