शुक्रवार, 7 नवंबर 2014

= १७२ =

#daduji
卐 सत्यराम सा 卐 
दादू सतगुरु अंजन बाहिकर, नैन पटल सब खोले । 
बहरे कानों सुणने लागे, गूंगे मुख सौं बोले ॥ 
राम नाम उपदेश कर, अगम गवन यहु सैन । 
दादू सतगुरु सब दिया, आप मिलाये ऐन ॥ 
सत गुरु किया फेरि कर, मन का औरै रूप । 
दादू पंचों पलटि कर, कैसे भये अनूप ॥ 
साचा सतगुरु जे मिलै, सब साज संवारै । 
दादू नाव चढ़ाय कर, ले पार उतारै ॥ 
सतगुरु पसु मानस करै, मानस थैं सिध सोइ । 
दादू सिध थैं देवता, देव निरंजन होइ ॥ 
--------------------------------------- 
Once somene asked Swami Vivekananda "You have good command over English language, your guru must be having even more knowledge about the same". 
The great gurubhakta(Swamiji) smiled and answered "My guru cant even speak a single sentence in English BUT he has the POWER to create thousand such Vivekananda !!" 
THATS THE POWER OF GURU ! 
SHREE GURUVEH NAMAHA !

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें