मंगलवार, 17 फ़रवरी 2015

= १७० =

#daduji
卐 सत्यराम सा 卐
दादू धरती क्या साधन किया, 
अंबर कौन अभ्यास?
रवि शशि किस आरंभ तैं ? 
अमर भये निज दास ॥
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@Kripa Shankar B ~ समर्पण
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सूर्य, चन्द्र और तारों को चमकने के लिए क्या साधना करनी पडती है ?
पुष्प को महकने के लिए कौन सी तपस्या करनी पडती है ?
महासागर को गीला होने के लिए कौन सा तप करना पड़ता है ?

शांत होकर प्रभु को अपने भीतर बहने दो |
उसकी उपस्थिति के सूर्य को अपने भीतर चमकने दो |

जब उसकी उपस्थिति के प्रकाश से ह्रदय पुष्प की भक्ति रूपी पंखुड़ियाँ खिलेंगी तो उसकी महक अपने ह्रदय से सर्वत्र फ़ैल जायेगी |

हे प्रभु, ना मैं रहूँ, ना मेरी कोई वासना रहे, बस तूँ रहे और एकमात्र तेरा ही अस्तित्व रहे |
जल की यह बूँद तेरे महासागर में समर्पित है जो तेरे साथ एक है, अब फिर कोई भेद ना रहे |
ॐ ॐ ॐ ||

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