रविवार, 30 अप्रैल 2017

= अद्भुत उपदेश(ग्रन्थ ८/४२-३) =

🌷🙏🇮🇳 *#daduji* 🇮🇳🙏🌷
🙏 *श्री दादूदयालवे नमः ॥* 🙏
🌷 *#श्रीसुन्दर०ग्रंथावली* 🌷
रचियता ~ *स्वामी सुन्दरदासजी महाराज*
संपादक, संशोधक तथा अनुवादक ~ स्वामी द्वारिकादासशास्त्री
साभार ~ श्री दादूदयालु शोध संस्थान
अध्यक्ष ~ गुरुवर्य महमंडलेश्वर संत श्री १०८ स्वामी क्षमारामजी महाराज
https://www.facebook.com/DADUVANI
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*= अद्भुत उपदेश(ग्रन्थ ८) =*
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*= ठगों से छुटकारा पाने का उपाय =*
*श्रवनूं हरि चरचा सुनैं, एक अग्र जब होइ ।*
*तब ही भागै नाद ठग, वंधन रहै न कोइ ॥४२॥*
"इतना ही नहीं, आज से सब को अलग अलग काम सौंप दो । श्रवनूं आज से एकाग्रचित्त होकर जब हरिचर्चा सुनने में ध्यान लगायगा तो उसका विरोधी नादठग अपने आप डरकर भाग जायगा । तब श्रवनूं का उस ठग से छुटकारा हो जायगा ॥४२॥
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*नैनूं हरि के दरस कौं, लोचहिं बारम्बार ।*
*तब ही भागै रूप ठग, रहै न एक लगार ॥४३॥*
"इसी तरह तुम्हारा नैनू लड़का भगवान् के दर्शन के लिये ही बराबर लालायित रहे । तब उसको अनमना देख रूप ठग अपने आप उसका साथ छोड़ देगा फिर कोई विघ्न नहीं रहेगा ॥४३॥
(क्रमशः)

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