गुरुवार, 7 मार्च 2019

= विनती का अँग(३४ - ३) =

#daduji

॥ दादूराम सत्यराम ॥
*श्री दादू अनुभव वाणी* 
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥ 
*विनती का अँग ३४*
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दादू बुरा बुरा सब हम किया, सो मुख कह्या न जाइ । 
निर्मल मेरा साँइयां, ताको दोष न लाइ ॥३॥ 
अहो ! हमने तो सब बुरे ही बुरे कर्म किये हैं और वे इतने बुरे हैं कि - सँकोचवश हम अपने मुख से उनका कथन भी नहीं कर सकते । अत: परमात्मा को यह दोष कभी नहीं लगाना चाहिए कि "वे दु:ख दे रहे हैं ।" कारण, वे हमारे परमेश्वर तो परम निर्मल हैं, उनमें दोष कैसा ?
(क्रमशः)

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