मंगलवार, 19 मार्च 2019

= विनती का अँग(३४ - १३) =

#daduji

॥ दादूराम सत्यराम ॥
*श्री दादू अनुभव वाणी* 
टीका ~ संतकवि कविरत्न स्वामी नारायणदास जी महाराज, पुष्कर, राजस्थान ॥ 
*विनती का अँग ३४*
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दादू बन्दीवान है, तूँ बँदि छोड़ दीवान१ । 
अब जनि४ राखोलबँदि में, मीरां२ महरबान३॥१३॥ 
हे मेरे न्यायकारी१ स्वामिन्२ ! जीव कर्म - कैदखाने में कैदी बन रहे हैं और आप बद्ध को मुक्त करने वाले हैं । ऐसा शास्त्र और सँतों से सुनते आ रहे हैं । अत: हे दयालो३ ! अब हमें भव - बन्धन में मत४ रखिये, हमारी अज्ञानबेड़ी काट कर हमें कर्म - कारागृह से मुक्त कर दीजिये ।
(क्रमशः)

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