शुक्रवार, 5 अप्रैल 2019

(हनुमान चालीसा - १२)

🌷🙏🇮🇳 #daduji 🇮🇳🙏🌷


🌷🙏🇮🇳 卐 सत्यराम सा 卐 🇮🇳🙏🌷
*ऐसा जनम अमोलिक भाई,*
*जामें आइ मिलै राम राई ॥* 
*ऐसा जन्म नहीं नर आवै,*
*सो क्यों दादू रतन गँवावै ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ पद्यांश. ३४)*
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*राम नाम लेखन कला संयोजन* ~ Shobha Jayprakash Atal
(हनुमान चालीसा - १२)
*रघुपति कीन्हीं बहुत बड़ाई,*
*तुम मम प्रिय भरत सम भाई॥१२॥*
अर्थ - श्री रामचन्द्र ने आपकी बहुत प्रशंसा की और कहा कि तुम मेरे भरत जैसे प्यारे भाई हो।

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