बुधवार, 3 अप्रैल 2019

(हनुमान चालीसा - १०)

🌷🙏🇮🇳 #daduji 🇮🇳🙏🌷

🌷🙏🇮🇳 卐 सत्यराम सा 卐 🇮🇳🙏🌷
*अविनाशी के आसरे,*
*अजरावर की ओट ।*
*दादू शरणैं सांच के,*
*कदे न लागै चोट ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ काल का अंग)*
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*राम नाम लेखन कला संयोजन* ~ Shobha Jayprakash Atal
(हनुमान चालीसा - १०)
*भीम रूप धरि असुर संहारे,*
*रामचन्द्र के काज संवारे॥१०॥*
अर्थ - आपने विकराल रूप धारण करके राक्षसों को मारा और श्री रामचन्द्र जी के उद्‍देश्यों को सफल कराया।

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