बुधवार, 10 अप्रैल 2019

(हनुमान चालीसा - २१)

🌷🙏🇮🇳 #daduji 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏🇮🇳 卐 सत्यराम सा 卐 🇮🇳🙏🌷
*काया माँही खुले कपाट,*
*काया माँही निरंजन हाट ।*
*काया माँही है दीदार,*
*काया माँही देखणहार ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ पद्यांश. ३६२)*
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*राम नाम लेखन कला संयोजन* ~ Shobha Jayprakash Atal
(हनुमान चालीसा - २१)
*राम दुआरे तुम रखवारे,*
*होत न आज्ञा बिनु पैसा रे॥२१॥*
अर्थ - श्री रामचन्द्र जी के द्वार के आप रखवाले है, जिसमें आपकी आज्ञा बिना किसी को प्रवेश नहीं मिलता अर्थात् आपकी प्रसन्नता के बिना राम कृपा दुर्लभ है।

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