गुरुवार, 11 अप्रैल 2019

(हनुमान चालीसा - २२)

🌷🙏🇮🇳 #daduji 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏🇮🇳 卐 सत्यराम सा 卐 🇮🇳🙏🌷
*शरण तुम्हारी केशवा,*
*मैं अनन्त सुख पाया ।* 
*भाग बड़े तूँ भेटिया,*
*हौं चरणौं आया ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ पद्यांश. १७५)*
======================
*राम नाम लेखन कला संयोजन* ~ Shobha Jayprakash Atal
(हनुमान चालीसा - २२)
*सब सुख लहै तुम्हारी सरना,*
*तुम रक्षक काहू को डरना ॥२२॥*
अर्थ - जो भी आपकी शरण में आते है, उस सभी को आनन्द प्राप्त होता है, और जब आप रक्षक है, तो फिर किसी का डर नहीं रहता।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें