गुरुवार, 4 अप्रैल 2019

(हनुमान चालीसा - ११)

🌷🙏🇮🇳 #daduji 🇮🇳🙏🌷

🌷🙏🇮🇳 卐 सत्यराम सा 卐 🇮🇳🙏🌷
*जागहु लागहु राम सौं,*
*रैन बिहानी जाइ ।*
*सुमिर सनेही आपणा,*
*दादू काल न खाइ ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ सजीवन का अंग)*
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*राम नाम लेखन कला संयोजन* ~ Shobha Jayprakash Atal
(हनुमान चालीसा - ११)
*लाय सजीवन लखन जियाये,*
*श्री रघुवीर हरषि उर लाये॥१०॥*
अर्थ - आपने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी को जिलाया जिससे श्री रघुवीर ने हर्षित होकर आपको हृदय से लगा लिया।

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