🌷🙏🇮🇳 *#daduji* 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏🇮🇳 *卐 सत्यराम सा 卐* 🇮🇳🙏🌷
https://www.facebook.com/DADUVANI
*दादू कर्त्ता करै तो निमष में, जल मांही थल थाप ।*
*थल मांही जलहर करै, ऐसा समर्थ आप ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ समर्थता का अंग)*
=====================
साभार ~ महन्त रामगोपालदास तपस्वी तपस्वी
.
*श्री दृष्टान्त सुधा सिन्धु* *भाग २* *ईश्वर*
############################
ब्रह्माजी योग में थे । उसी समय उनके मुख से श्रुतियां निकली । दिति के पुत्र हयग्रीव ने उन्हें याद कर लिया । दैत्य श्रुतियों के अर्थ का अनर्थ करेंगे तो श्रुतियों की शुद्ध परम्परा नष्ट हो जायेगी । यह सोचकर भगवान ने मत्स्य रूप धारण करकें राजर्षि सत्यव्रत को प्रलय दिखा करके अन्त में हय-शीर्ष रूप धारण करके हयग्रीव को मारा था ।
श्रुति रक्षा ईश्वर करत, इसमें संशय नांहि ।
मत्स्य हो रखली हता, हय ग्रीव क्षण मांहि॥३४॥
#### श्री दृष्टान्त सुधा सिन्धु ####
### श्री नारायणदासजी पुष्कर, अजमेर ###
### सत्यराम सा ###

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें