🌷🙏🇮🇳 *#daduji* 🇮🇳🙏🌷
🌷🙏🇮🇳 *卐 सत्यराम सा 卐* 🇮🇳🙏🌷
https://www.facebook.com/DADUVANI
*दादू छाजन भोजन सहज में, संइयाँ देइ सो लेइ ।*
*तातैं अधिका और कुछ, सो तूं कांई करेइ ॥*
*(श्री दादूवाणी ~ विश्वास का अंग)*
=====================
साभार ~ महन्त रामगोपालदास तपस्वी तपस्वी
.
*श्री दृष्टान्त सुधा सिन्धु* *भाग २* *सन्तोष*
############################
संतोषी अति अल्प से, तुष्ट करें नहिं आस ।
पाव चावलों से किया, चारों ने अभ्यास ॥२६०॥
एक संत ने एक पर्वतमाला के मध्य एक सुन्दर जलाशय देखा और उस स्थान को भजन करने के योग्य समझ करके वहां ही ठहर गये । कुछ दिन के बाद वहां एक सेठ आ निकला । उसने संत से भोजन की व्यवस्था पूछी । संत- "कुछ पत्ते आदि से निर्वाह कर लेता हूँ ।" सेठ- "मैं प्रति दिन के पाव के हिसाब से महीने की महीने चावल भेज दिया करूंगा ।" संत- "बहुत अच्छा।"
कुछ दिन बाद वहां एक संत और आ गया । स्थान तथा संत संग देख करके उनकी भी वहां ठहर कर भजन करने की इच्छा हुई । प्रथम संत से भोजन व्यवस्था को जान करके कहा- "आप चावलो का मांड निकालते है या नहीं ? यदि निकालते है तो उसका क्या करते है ?" प्रथम संत - "निकालता हूँ और फेंक देता हूँ ।" दूसरा संत- वह मुझे दे दिया करे। प्रथम संत- "दे दिया करूंगा ।"
कुछ दिन बाद और एक संत आ गये । उनकी इच्छा भी पूर्ववाले के समान ही हुई । पूर्व के दोनों संतों को भोजन व्यवस्था जान करके तीसरे संत ने प्रथम से कहा- "आप जिस बर्तन में चावल बनाते है उसे धोते तो होंगे ही उस जल का क्या करते है ?" प्रथम संत - फेंक देता हूँ ।" तीसरे संत - "वह मुझे दे दिया करें ।" प्रथम संत- "दे दिया करूंगा ।"
कुछ दिन के बाद एक संत फिर आ गये । उनकी पूर्व वालों की समान ही ठहर कर भजन करने की इच्छा हुई। पूर्व तीनों की व्यवस्था जान करके चोथे ने प्रथम संत से कहा - "आप चावल बनाने से पूर्व चावलों को धोते तो होंगे ही, उस जल का क्या करते है ?" प्रथम संत - "फेंक देता हूँ ।" चोथे संत - "वह मुझे दे दिया करें ।" प्रथम संत - "दे दिया करूंगा ।" इस प्रकार पाव भर चावलों से निर्वाह करते हुये चारों संतोषी संत अभ्यास करके मुक्त हुवे ।
कहा भी है :-
"इक चांवल इक मांड में, दो धोवन अनयास ।
हरि भज चारों उद्धरे, कह जग जीवनदास ॥"
(श्री दादू जी के शिष्य)
#### श्री दृष्टान्त सुधा सिन्धु ####
### श्री नारायणदासजी पुष्कर, अजमेर ###
### सत्यराम सा ###

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें